कानपुर,कानपुर में सफाई कर्मचारियों ने सपा नेता अभिमन्य गुप्ता के नेतृत्व में संविधान की प्रस्तावना,बापू और बाबा साहेब के पोस्टर हाथों में लेकर सत्याग्रह किया और कहा की संविधान के तहत अनुसचित व दलित समाज को मिले अधिकारों की हत्या ठेकेदारों के इशारे पर की जा रही है।छावनी परिषद के 200 सेज्यादा सफाई कर्मचारी विभाग के अधिकारियों व ठेकेदारों पर प्रताडना का आरोप लगा कर 7 दिनों से हडताल पर हैं संघ के प्रदेश अध्यक्ष पप्प ताराचंद व शाखा छावनी परिषद कानपुर के अध्यक्ष धर्मेंद्र सेठ ने बताया की समय से वेतन न मिलने और तमाम कर्मचारियों को नौकरी से हटाए जाने के विरोध में छावनी परिषद कानपुर के 200 से ?यादा संविदा सफाई कमर्चारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं।दलित व सफाई कर्मचारी संविधान के तहत आज अपने अधिकार व सम्मान की लडाई कर्मचारियों बनवा समाज मारले लड़ रहे हैं।आज दलित व सफाई कर्मचारी समाज को संविधान के तहत अधिकार की बात करने पर प्रताड़ित किया का रहा है।दलित समाज को धमकी दी जा रही है कि घर तोड़ दिए जाएंगे छावनी शाखा अध्यक्ष धर्मेंद्र सेठ ने बताया की छावनी परिषद के अधिकारी व ठेकेदार मिलकर सफाई कर्मचारियों का उत्पीडन कर रहे हैं। महीने का वेतन भी नहीं मिला और दो पालियों में काम करने का दबाव कालि प्रथामा दिया जा रहा है।धर्मेंद्र सेठ ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री तो चुनाव से पहले कुम्भ में आए थे तब वो सफाई कर्मचारियों के पैर धो गए थे और आज ये हाल है की हमारी सुनी नहीं जा रही हमारे बच्चे भूखे मर रहे हैं और उल्टा अधिकारी ठेकेदार की मदद करने के लिए हमारे घर तोडने की धमकी दे रहे हैं।धर्मेंद्र सेठ ने बताया की जब सफाई कर्मचारियों ने नियमानुसार वेतन की मांग की तब से ही अधिकारी व ठेकेदार उनका उत्पीड़न कर रहे हैं ।सपा नेता अभिमन्यु गुप्ता ने बताया कि लगातार कानपुर में कुडा व आवारा जानवरों की रहे हैं सपा नेता अभिमन्यु गुप्ता मिल समस्या से त्राहिमाम है क्योंकि सफाई कर्मचारी समाज को उनका उचित अधिकार नहीं मिल रहा बापू,भगत सिंह,सुभाष चंद्र बोस,बाबा साहेब व लोहिया के सपनों के संविधान का अपमान किया जा रहा है।अभिमन्यु गुप्ता ने मांग रखी की बीमारियां फैल रही हैं और ऐसे वक्त में अधिकारियों को संवेदनहीनता का परिचय न देकर जन हित में सफाई कर्मचारी समाज की उचित मांगों को मान लेना चाहिये संविधान के तहत सभी शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहे हैं और अपना अधिकार मांग रहे हैं।
सफाई कर्मचारियों ने किया सत्याग्रह